कर्फ्यू में लोगों को सब्जियांें और किराना सामान के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसके लिए नगर निगम नई व्यवस्था कर रहा है। गुरुवार दोपहर से डोर-टू-डोर कचरा वाहन के 100 मीटर पीछे सब्जियों के वाहन चलाए जाएंगे, ताकि लोग घर बैठे सब्जियां ले सकें। इसके अलावा किराना दुकानों की सूची भी निगम के 311 एप पर डाली जा रही है। लोग इन पर कॉल कर घर सामान बुलवा सकते हैं। निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया कि शहर के 19 जोन में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियों के 467 रूट निर्धारित हैं। हर रूट पर 1000 से 1200 घर आते हैं।
प्रत्येक जोन में 20 से 22 रूट पड़ते हैं। हमने सभी जोनल अधिकारियों और एनजीओ को इन सभी रूट्स के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार से कचरा गाड़ी के 100 मीटर पीछे ही सब्जी वाहन चलेंगे। इन वाहनों को जोनल अधिकारी द्वारा अधिकृत लेटर भी दिया जाएगा। लोग इनसे सब्जी खरीद सकते हैं। कर्फ्यू में ढील के समय भी लोग तय सब्जी मार्केट से सब्जियां खरीद सकते हैं, लेकिन दूर खड़े रहकर। वहीं, निगम ने शहर के सभी जोन की किराना दुकानों की सूची तैयार कर ली है। इसे 311 एप पर डाला जा रहा है। इनमें कुछ ऐसे हैं जो घर पहुंच सेवा भी देंगे और कुछ को फोन पर सामान नोट करवा सकते हैं। वे सामान पैक रखेंगे। घर का कोई भी सदस्य वहां जाकर सामान ला सकेगा।
सब्जी और दूध के वितरण के लिए हर वार्ड में होंगे पांच स्थान
नगर निगम शहर में 425 स्थान चिह्नित कर रहा है, जहां सब्जियों और दूध की दुकानें लगवाई जाएंगी। निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया कि हर वार्ड में पांच ऐसे स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां सब्जी और दूध की दुकानें लगाईं जा सके। उन स्थानों पर ठेले या अस्थायी दुकानें लगेंगी।
सियागंज में आज 10 से 2 बजे तक खुली रहेंगी किराना दुकानें
सियागंज बाजार में गुरुवार सुबह किराना दुकानें सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी। खेरची व्यापारी संबंधित दलाल अथवा सीधे दुकानदार को सौदे लिखवा सकेंगे।
परिवहन : 14 अप्रैल तक ट्रेन, बसें बंद, इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी
सभी ट्रेन 14 अप्रैल तक निरस्त : कोरोना से बचाव के लिए रेलवे ने सभी ट्रेनाें काे 14 अप्रैल तक निरस्त कर दिया है। तीन सप्ताह के लॉकडाउन की घाेषणा के बाद रेलवे ने यह निर्णय लिया। 14 अप्रैल की रात 12 बजे तक अब कोई ट्रेन नहीं चलेगी। इंदौर से 80 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन होता है।
फ्लाइट निरस्त : इंदौर से उड़ने वाली सभी फ्लाइटों का संचालन मंगलवार रात से बंद कर दिया गया है। ये अगले आदेश तक बंद रहेंगी।
बसें, ऑटो, कैब ये भी नहीं चलेंगी : सभी बसें, ऑटो, कैब का संचालन पहले ही बंद हो चुका है। बसें भी 14 अप्रैल तक नहीं चलेंगी। हालांकि इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। 20 संस्थाओं को वृद्ध, विकलांगों को भोजन सामग्री देने की मंजूरी घरों में वृद्ध, विकलांग, अनाथ, बीमार व्यक्तियों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन ने 20 गैर सरकारी संस्थाओं को मंजूरी पत्र जारी किया है। हर संस्था के लिए वार्ड चिह्नित कर दिए हैं, जो इन जगहों पर भोजन सामग्री का वितरण करेगी। अपर कलेक्टर दिनेश जैन ने मंजूरी जारी की है। कोई भी संस्था यह करना चाहे तो वह मंजूरी ले सकती है। हालांकि संस्थाओं को निर्देश दिए हैं कि वह भीड़ एकत्र नहीं करेंगी।
कार्रवाई... कर्फ्यू में भी बिना काम घूमते पकड़ाए 62 लोग; केस दर्ज किया, वाहन का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस होगा रद्द
कर्फ्यू में फालतू में घूमने वाले 62 लोगों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न थानों में केस दर्ज किया है। इनमें 22 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई। शहर के 15 थानों में कुल 600 लोगों को आरोपी बनाया है और उनके 450 से ज्यादा वाहन जब्त कर थाने में रख लिए हैं। डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया कि कर्फ्यू में बिना कारण बाहर निकलने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी। जरुरी कामों से निकलने वालों को उचित कारण बताने के बाद ही छोड़ा जाएगा। जिन लोगों के वाहन जब्त किए हैं उनके परिवहन विभाग से गाड़ी के रजिस्ट्रेशन निरस्त करवाए जाएंगे।
कॉलोनी, बस्तियों में भी लोग जुटेंगे तो होगी कार्रवाई : पहले पुलिस सड़कों पर फालतू घूमने वालों को पकड़कर वाहनों की जब्ती और केस दर्ज कर रही थी। अब बुधवार रात से कॉलोनियों, बस्तियों में घरों के बाहर झुंड बनाकर बैठने वालों पर भी कार्रवाई की। पुलिस वाहनों में माइक और लाउड स्पीकर के जरिए अनाउंसमेंट करवा रही है कि कोई भी पास-पास नहीं रहे। कम से कम एक-दो मीटर की दूरी बनाए रखें।
निजी वाहन से भी जिला छाेड़ने की इजाजत नहीं मिलेगी
मुख्यमंत्री ने अधिकारियाें के साथ वीडियाे काॅन्फ्रेंसिंग की। उन्हाेंने सभी कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी को निजी वाहन से भी जिला छोड़ने की मंजूरी नहीं दें। जो जहां है, वहीं रहेगा। इसके बाद प्रशासन ने एसडीएम और थाना स्तर पर दी जाने वाली मंजूरी बंद कर दी।
बाहरी लोगों की जानकारी देने के लिए रोज 100 काॅल
शहर में बाहर से आए लोगों की जांच की जा रही है। कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए कंट्रोल रूम के नंबर 0731-2567333 पर राेज 100 से ज्यादा कॉल आ रहे हैं। लाेग बाहर से आए लोगों की जानकारी दे रहे हैं। इन्हें चिह्नित कर जांच की जा रही है।
सावधानी में चूक : अस्पताल की ओपीडी में भी हुई थी कोरोना के मरीजों की जांच, दूसरे मरीजाें के साथ लिफ्ट में थे
काेराेना पीड़ित तीन मरीज बाॅम्बे हाॅस्पिटल में दूसरी मंजिल पर बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। वार्ड काे पैक कर दिया है। इन मरीजाें काे अस्पताल ले जाया गया था ताे वहां सामान्य ओपीडी में भी इनकी जांच की थी। इस दौरान वह दूसरे मरीजों के साथ लिफ्ट में भी रहे। डॉक्टर अाैर नर्सिंग स्टाफ सीधे संपर्क में आया। इन्हें अंदाजा नहीं था कि कोई मरीज कोरोना का शिकार हो सकता है, क्योंकि इनकी विदेश से लौटने की हिस्ट्री नहीं थी। वे लोग इन्हेंं सामान्य बीमारी के मरीज मानकर देख रहे थे। अब इनमें कोरोना का पता चलने के बाद अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि अस्पताल में ये मरीज कहां-कहां गए थे।
बाहर से आए 3138 लोगों तक पहुंच रही निगम की टीम : पिछले 21 दिन में इंदौर के 3168 लाेग विदेश से लाैटे हैं। इन तक पहुंचने के लिए निगम की टीमें शहर में घूम रही हैं। हर जोन में संबंधित अधिकारियों को इन लोगों की तबीयत पूछने के निर्देश िदए। इसकी रिपोर्ट प्रशासन को दी जाएगी। इन लाेगाें की सूची केंद्र सरकार ने प्रशासन काे दी है। ये लोग 1 से 21 मार्च के बीच विदेश से दिल्ली-मुंबई के एयरपोर्ट पर उतरे और वहां से ट्रेन, बस, टैक्सी से इंदौर अाए। इन लोगों ने अपनी यात्रा की जानकारी छिपाकर रखी है।
ड्यूटी से गायब रहे; एक एसआई, दो एएसआई सहित छह सस्पेंड
कोरोना ड्यूटी के दौरान गायब रहने पर लसूड़िया और विजय नगर थाने के छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें एक एसआई, दो एएसआई और तीन कांस्टेबल शामिल हैं। एएसपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि सीएसपी की चेकिंग में ये पुलिसकर्मी मुस्तैद नहीं मिले थे, इसलिए यह कार्रवाई की है। वहीं सस्पेंड पुलिसकर्मियों का कहना है कि इस महामारी में भी हम 11-11 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसी कार्रवाई से हमारा मनोबल टूटेगा। सस्पेंड होने वालों में लसूड़िया थाने के एसआई जगदीश डाबर, एएसआई सत्यनारायण दुबे, एएसआई राकेश चौहान और बीट 78 के कांस्टेबल प्रमोद त्रिपाठी, कांस्टेबल नितेष राय और कांस्टेबल सुनील पटेल हैं। इसके अलावा विजय नगर थाने के एसआई एनएस यादव को भी वायरलेस पर सस्पेंड किया था। वह प्रभात गश्त पर सुबह साढ़े दस बजे से गए थे, लेकिन शाम तक बिना कोई खबर के नहीं लौटे। बाद में उन्हें राहत दे दी।
ड्यूटी के बाद खाना खाने गए थे, अफसरों ने लापरवाही मान ली
स्कीम 78 की बीट के कांस्टेबल नितेष राय को एएसपी ने कोई पॉइंट दिया था जिस पर वे मौके पर एक घंटे तक नहीं पहुंचे, इसलिए कार्रवाई की। कांस्टेबल सुनील पटेल बीट की गाड़ी लेकर गायब हो गए थे। इसी तरह प्रमोद की भी ड्यूटी में लापरवाही पाई गई। एएसआई राकेश चौहान का कहना है कि वह सुबह 8 से रात 11 बजे तक की ड्यूटी कर चुके थे। इसके बाद खाना खाने गए थे, तभी अफसरों ने चेकिंग की और उसे लापरवाही मान लिया।